मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इंदौर से एक नया
दौर शुरू हो रहा है। यह स्मार्ट शहर है। हाइटेक सिटी है। अब इंदौर ने टेम्पो से
लेकर मेट्रो तक का सफर पूरा कर लिया। हमारा संकल्प है कि 2028 के सिंहस्थ में आप इंदौर से मेट्रो में बैठकर महाकाल बाबा के
दर्शन करने जाएंगे।
सीएम शिवराज सिंह चौहान शनिवार शाम को इंदौर मेट्रो के
ट्रायल रन में शामिल हुए। चौहान ने बारीकी से मेट्रो का अवलोकन किया। इस मौके पर
मेट्रो प्रोजेक्ट के एमडी मनीष सिंह, इंदौर
कमिश्नर और कलेक्टर भी मौजूद थे। सीएम ने सभी को इस प्रोजेक्ट के लिए बधाई दी और
इंदौरवासियों को शुभकामनाएं दी। इंदौर में 6 किलोमीटर
का ट्रायल रन किया गया। मेट्रो के तीन कोच लगाए गए थे। इसकी कुल यात्री क्षमता 900 रहेगी।
मेट्रो ट्रायल रन के बाद सीएम ने कहा
कि इंदौर का एक नया दौर प्रारंभ हो रहा है। इंदौर मेरे सपनों का शहर है। इंदौर ने
टैंपो से मेट्रो तक का सफर तय कर लिया है। आज मेट्रो का ट्रायल रन प्रारंभ होने
वाला है। मेट्रो मतलब नई परिवहन क्रांति है। मेट्रो का सफर सुगम, सुरक्षित, सुविधापूर्ण
और सस्ता है। यह सुंदर भी है और सस्टेनेबल भी। 5-6 महीने में मेट्रो का रेगुलर संचालन प्रारंभ कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने मेट्रो प्रोजेक्ट को बंद कर दिया था। हमारी सरकार वापस आने पर इसे युद्ध स्तर पर शुरू किया। ट्रैक बिछाने में चार माह का समय लगा। 23 दिन में 4 एस्केलेटर तैयार हो गए। 45 दिन में कोच भी बन गए।
शिवराज ने कहा कि स्टूडेंट्स के लिए यह मेट्रो वरदान साबित
होगी। अमीर-गरीब के बीच का भेद मिटाने के लिए वरदान है। चौहान ने कहा कि इंदौर से
पीथमपुर और इंदौर से उज्जैन के बीच भी मेट्रो चलाने के लिए सर्वे का काम चल रहा
है। 2028 तक इंदौर से मेट्रो में बैठकर बाबा महाकाल के दर्शन करने
उज्जैन जा सकेंगे, यह मेरा
संकल्प है।